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 1 अगस्त से अपने कुछ नियमों में बदलाव करने को लेकर चर्चा में है। ये बदलाव मुख्य रूप से नए बचत खाताधारकों के लिए हैं।



Rizwan Short News 
11/08/2025
आईसीआईसीआई बैंक, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक है,
 1 अगस्त से अपने कुछ नियमों में बदलाव करने को लेकर चर्चा में है। ये बदलाव मुख्य रूप से नए बचत खाताधारकों के लिए हैं।



प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
 * न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस (MAB) में बढ़ोतरी: बैंक ने 1 अगस्त, 2025 के बाद खोले गए नए बचत खातों के लिए न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस की आवश्यकता को बढ़ा दिया है।
   * मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में, MAB को ₹10,000 से बढ़ाकर ₹50,000 कर दिया गया है।
   * अर्ध-शहरी शाखाओं में, यह आवश्यकता ₹5,000 से बढ़कर ₹25,000 हो गई है।
   * ग्रामीण शाखाओं के लिए, MAB अब ₹2,500 से बढ़कर ₹10,000 हो गया है।
 * जुर्माना: यदि कोई नया ग्राहक आवश्यक MAB बनाए रखने में विफल रहता है, तो बैंक जुर्माने के तौर पर कमी का 6% या ₹500 (जो भी कम हो) वसूलेगा।
 * नकद लेनदेन शुल्क: बैंक ने शाखाओं और कैश रीसाइक्लर मशीनों पर नकद जमा और निकासी के लिए भी अपनी नीति में बदलाव किया है। ग्राहकों को अब प्रति माह तीन मुफ्त नकद लेनदेन की अनुमति होगी, जिसके बाद प्रति लेनदेन ₹150 का शुल्क लगेगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये नए नियम केवल 1 अगस्त, 2025 के बाद खोले गए खातों पर लागू होते हैं। पुराने खाताधारकों के लिए, न्यूनतम बैलेंस की पिछली सीमाएँ अभी भी लागू हैं। हालांकि, बैंक के इस फैसले की कई लोगों ने आलोचना की है, उनका कहना है कि यह "अभिजात्य वर्ग" का कदम है और यह कम आय वाले ग्राहकों को बैंकिंग प्रणाली से बाहर कर सकता है।


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