आदाब।
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'बाबूराव' के किरदार पर कानूनी जंग, फिरोज नाडियाडवाला ने नेटफ्लिक्स को भेजा ₹ 25 करोड़ का नोटिस
मुंबई: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कॉपीराइट और बौद्धिक संपदा (intellectual property) के अधिकार को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मशहूर निर्माता फिरोज नाडियाडवाला ने 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' के निर्माताओं और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को ₹ 25 करोड़ का कानूनी नोटिस भेजा है। यह विवाद कॉमेडी शो में उनकी प्रतिष्ठित फिल्म 'हेरा फेरी' के लोकप्रिय किरदार 'बाबूराव गणपतराव आप्टे' के अनाधिकृत इस्तेमाल को लेकर है।
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'बाबूराव गणपतराव आप्टे |
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' के एक एपिसोड में, अभिनेता अक्षय कुमार अपनी आगामी फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' के प्रमोशन के लिए मेहमान बनकर आए थे। इसी दौरान, शो के कॉमेडियन कीकू शारदा ने 'हेरा फेरी' के बाबूराव का गेटअप अपनाया और उनकी मिमिक्री की। यह एक्ट सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ।
लेकिन इस पर फिरोज नाडियाडवाला ने कड़ी आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि शो के निर्माताओं ने बिना किसी अनुमति के उनकी फिल्म के कॉपीराइटेड किरदार का इस्तेमाल किया।
फिरोज नाडियाडवाला का सख्त रुख
'न्यूज 18' की रिपोर्ट के अनुसार, फिरोज नाडियाडवाला ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि "बाबूराव सिर्फ एक कैरेक्टर नहीं है, बल्कि हेरा फेरी की आत्मा है।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस किरदार को बनाने में उनकी टीम ने काफी मेहनत, दूरदर्शिता और रचनात्मकता लगाई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस किरदार को अभिनेता परेश रावल ने अपनी मेहनत और लगन से गढ़ा है।
उनका मानना है कि किसी को भी व्यावसायिक लाभ के लिए किसी और की रचनात्मक संपत्ति का दुरुपयोग करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने इस कृत्य को "सांस्कृतिक शोषण" बताया है और कहा है कि संस्कृति का उपयोग शोषण के लिए नहीं, बल्कि उसके संरक्षण के लिए होना चाहिए।
कॉपीराइट कानून और बॉलीवुड
यह घटना कॉपीराइट कानूनों के बारे में एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ती है। भारतीय कॉपीराइट अधिनियम, 1957 के अनुसार, किसी भी साहित्यिक, नाटकीय, संगीतमय या कलात्मक कृति का कॉपीराइट उसके निर्माता के पास होता है। इसमें फिल्मों के किरदार, डायलॉग और उनके विशिष्ट चित्रण भी शामिल होते हैं।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी कमर्शियल प्लेटफॉर्म पर इन कॉपीराइटेड तत्वों का उपयोग करने से पहले उनके मालिक से अनुमति लेना अनिवार्य है। यह मामला दिखाता है कि कैसे मनोरंजन उद्योग में भी अब बौद्धिक संपदा के अधिकारों को लेकर गंभीरता बढ़ रही है।
फिलहाल, इस नोटिस के बाद 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' और नेटफ्लिक्स की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह कानूनी लड़ाई आगे क्या मोड़ लेती है।
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