📰Times Watch - दम तोड़ते सच को बचाने की कोशिश,
26 अगस्त 2025
✍️इंदौर कॉलेज जा रही छात्रा पर अचानक
आवारा कुत्तों का झुण्ड टूट पड़ा
लहूलुहान हालत में छात्रा को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
📌घटना की ख़ास बातें
- छात्रा परीक्षा देने कॉलेज जा रही थी।
- बीच रास्ते में आवारा कुत्तों ने घेरकर हमला कर दिया।
- बचाव की कोशिश में गिरने के बाद कुत्तों ने बेरहमी से काटा।
- मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाकर छात्रा को बचाया।
- घायल छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
😡 लोगों का गुस्सा
- “नगर निगम सो रहा है, आवारा कुत्ते खून पी रहे हैं।”
- “कब तक हमारी बेटियां सड़कों पर यूं खून बहाती रहेंगी?”
- “हर मोहल्ले में दहशत है, प्रशासन सिर्फ कागज़ी कार्रवाई करता है।”
🚨बड़ा सवाल
- क्या नगर निगम अब भी जागेगा?
- क्या सरकार कोई ठोस नीति बनाएगी?
- या फिर आम जनता को हर दिन इन खतरनाक हमलों का सामना करना पड़ेगा?
घटना की ठोस सच्चाई:
क्या हुआ?
इंदौर के श्रीनगर एक्सटेंशन में सुबह करीब 6:30 बजे एक कॉलेज छात्रा को चार आवारा कुत्तों के झुंड ने अचानक घेर लिया और बेहरमी से हमला किया ।क्या दिखा CCTV में?
कुत्तों ने सबसे पहले उसे गिराया, फिर उतर कर उसके पैर पर ताबड़तोड़ काटतोड़ की। छात्रा कितनी हिम्मत दिखाई, यह देखकर पहली बार भगा, लेकिन कुछ ही पलों बाद झुंड फिर से हमला करने लौटा।मौके पर क्या हुआ?
छात्रा का दोस्त स्कूटी से आया, पत्थर उठाकर कुत्तों को भगाया। पास ही मौजूद एक दंपति ने उसे घर ले जाकर ज़ख्म साफ़ किए और अस्पताल भेजा।समुदाय क्या कहता है?
स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि आसपास के इलाके—विशेषकर सोना गांधी नगर—से बाकी बचा हुआ खाना (मांस आदि) सड़क पर फेंक दिया जाता है, जिससे कुत्तों की संख्या बढ़ी है और उनका aggression भी।
जनता की प्रतिक्रियाएँ (Reddit से):
उच्च स्तर की नाराज़गी और कई भावनात्मक प्रतिक्रियाएं सामने आईं:
“Dogs don't attack for fun … They attack … when they feel unsafe.”
— LégitimateSell6
“Indore just became beggar free city… now it's turn for roaming animals… attacked… if this was a small girl… imagine.”
— Area51Eskapee
लोक तर्क दे रहे हैं कि कुत्तों की बढ़ी आबादी, भोजन फेंकना, प्रशासन की उदासीनता — ये सभी मिलकर इस आपदा का कारण बन रहे हैं।
इंदौर: परीक्षा जा रही छात्रा पर चार आवारा कुत्तों का सामूहिक हमला – सिस्टम टाल मारता रहा!”
सुबह 6:30 बजे, श्रीनगर एक्सटेंशन में कॉलेज जा रही छात्रा बुरी तरह घायल — CCTV में कैद खौफनाक हमला।
1. घटना का खौफनाक सच
CCTV में दिखा – चार कुत्तों ने छात्रा को गिराया, उसके पैरों पर गहरे घाव किए। उसने पहली बार हिम्मत दिखाई, भागी, फिर कुत्तों ने दुबारा हमला किया। दोस्त ने पत्थर उठाकर उन्हें भगाया—भीतर तक हिल जाने वाली दृश्यावली!
2. प्लान vs. कार्रवाई
बचाव में शामिल दंपति ने ज़ख्म धोए, दोस्त ने मदद की, लेकिन नगर निगम और प्रशासन— वही पुराने ढर्रे पर: सिर्फ 311 ऐप पर शिकायतें और कागज़ी वादे।
3. मूल समस्या: भोजन + आवारा कुत्ता + प्रशासन का मौन
रेस्टुरेंट बचे खाना और बचा हुआ मांस खुले में फेंकने से कुत्तों की संख्या बढ़ी, उनका व्यवहार भी हिंसक हुआ। स्थानीय समेत पूरा समुदाय सिस्टम पर सवाल उठा रहा है।
4. सोशल मीडिया और Reddit पर जनभावना
Redditरों ने लिखा:
“Dogs attack when they feel unsafe…”
“If this was a small girl… imagine…”
ये भावनाएँ बताती हैं कि लोग अब केवल संवेदनशील नहीं, बल्कि सक्रिय रूप में सिस्टम की लापरवाही का गुस्सा दिखा रहे हैं।
5. नतीजा क्या चाहिए?
- कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए ठोस योजना।
- शेल्टर, नसबंदी, समय पर कार्रवाई।
- जनता, RWAs और प्रशासन को मिलकर काम करना — उमीद अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों से जगने की है। लेकिन क्या इंदौर जागेगा, या फिर अगली ताज़ा खबर बनते-बनते हम सब यही लिखते रहेंगे?
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