सुबह तड़के ग़ाज़ीपुर जेल से कासगंज भेजे गए उमर अंसारी-
बिना परिवार को सुचना, प्रशसन की नियत सवाल
किया छिपा रही है सरकार?
मुख्य तथ्य 23 अगस्त 2025 तक
1 स्थान्तरण का संक्षेप विवरण
- उमर मुख़्तार अंसारी—राजनेता दिवंगत मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे—को 23 अगस्त सुबह गाज़ीपुर जिला जेल से कासगंज जेल स्थानांतरित किया गया। यह ट्रांसफर निगम विभाग की लखनऊ से आई आदेश के तहत हुआ और इसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था में अंजाम दिया गया।
2 स्थान्तरण का कारण
- उमर मुख़्तार अंसारी—माफिया से राजनेता बने दिवंगत मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे—को 23 अगस्त सुबह गाज़ीपुर जिला जेल से कासगंज जेल स्थानांतरित किया गया। यह ट्रांसफर निगम विभाग की लखनऊ से आई आदेश के तहत हुआ और इसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था में अंजाम दिया गया।
3. गिरफ्तारी और आरोप
उमर अंसारी की गिरफ्तारी 3 अगस्त को लखनऊ से हुई थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने गैंगस्टर एक्ट के तहत ज़ब्त संपत्तियों की रिहाई के लिए अदालत में मां आफ्शा अंसारी के जाली हस्ताक्षर वाले दस्तावेज़ पेश किए।
अफशां अंसारी फरार हैं, और उन पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया है।
4 जमानत याचिका ख़ारिज
- उमर की जमानत याचिका अदालत ने 21–22 अगस्त को खारिज कर दी थी। इसी मामले में वकील लियाकत अली की अग्रिम जमानत याचिका भी अस्वीकृत हुई।
5 अदालत जांच की स्थिति
- घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने मोहम्मदाबाद थाना में उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
- जांच अभी जारी है, और आधिकारिक बयान देने से प्रशासन फिलहाल बच रहा है।
सारांश तालिका
विषय | विवरण | ||||||
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स्थानांतरण समय | 23 अगस्त 2025, सुबह (कुछ स्रोतों के अनुसार लगभग 5–6 बजे) | ||||||
कारण | सुरक्षा कारण (आधिकारिक), राजनीतिक दबाव और प्रतिशोध (विपक्ष का आरोप) | ||||||
गिरफ्तारी (3 अगस्त) | मां का जाली हस्ताक्षर—गैंगस्टर एक्ट के तहत ज़ब्त संपत्ति को रिहा करने की कोशिश | ||||||
जमानत याचिका | उमर और उनके वकील की जमानत को अस्वीकार कर दिया गया | ||||||
वर्तमान स्थिति | कासगंज जेल में परिवर्तित, जांच चल रही, परिवार में तनाव अब सवाल ये है कि इस मामले पर विदेशी मीडिया क्या कह रहा है। उपर्युक्त खोज में विदेशी— यानी अंतरराष्ट्रीय— शीर्ष समाचार स्रोतों (जैसे BBC, Reuters, AP, Al Jazeera आदि) में इस विषय पर कोई कवरेज नहीं मिली। खोज परिणामों में अंतरराष्ट्रीय मीडिया का कोई उल्लेख नहीं है, केवल भारतीय—or भारतीय समाचार एजेंसियों—हे रिपोर्ट किए गए हैं, जैसे:
इससे स्पष्ट होता है कि, अब तक इस जेल ट्रांसफर पर कोई अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स ने कवर नहीं किया है। सारांश:
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