यरुशलम/गाज़ा, 21–22 अगस्त 2025 इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाज़ा सिटी पर सैन्य कब्ज़े का आदेश जारी कर दिया है। सुरक्षा कैबिनेट ने इस बड़े ऑपरेशन को हरी झंडी दी और सेना ने शहर के बाहरी इलाकों में दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है।
ख़बर: स्कूल क्लास रूम में था 'धान का खेत'! बच्चों से कराया सफाई… शिक्षक का अनपेक्षित “मास्टरप्लान”
घटना का सार
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क्या हुआ: जांजगीर-चांपा ज़िले के बम्हनीडीह विकासखंड में स्थित सिलादेही सरकारी प्राथमिक स्कूल में एक सहायक शिक्षक – गोपी कुमार तिवारी ने चौथी और पांचवीं कक्षा के बच्चों से पढ़ाई छोड़कर घर से लाया गया लगभग 3 किलो धान छांटने (करगा चुनने) का काम करवाया—और खुद भी क्लास में बैठकर कर रहा था!
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कब हुआ: यह घटना 14 जुलाई 2025 की बताई गई है, जब शिक्षा सत्र शुरू हुआ और स्कूल संचालित था। उसी दिन स्कूल का निरीक्षण करने आए जिला पंचायत उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति के अध्यक्ष गगन जयपुरिया ने क्लास रूम में बच्चों को धान बीनते पाया—तब मामला उजागर हुआ।
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कैसे सामने आया: वीडियो बनने पर शिक्षक ने अचानक माफी मांगी—“अब ऐसा नहीं होगा, प्लीज़ वीडियो बंद कर दीजिए”—लेकिन वीडियो वायरल हो चुका था। प्रभावित बच्चों के माता-पिता और पंचायत प्रतिनिधियों ने बग़ैर देर किए शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। पंचनामा बनाकर अधिकारियों को भेजा है
"14 जुलाई 2025: स्कूल नहीं धान की मिल — ग़रीब बच्चों से धान सफाई करवाना, मास्टर जी ने कर दिखाया 'शिक्षा का नया पाठ'!"
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तारीखें (14 जुलाई 2025) को हाइलाइट करना ज़रूरी था ताकि यह “ताज़ा” और “OMGक्या-कहलाती-है” लगे।
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मिर्ची मसाला:
- बच्चे पढ़ने नहीं, धान छांटने आए थे—इसने शिक्षा व्यवस्था की परवरिश पर सवाल खड़े कर दिए।
- बच्चे मेहनत कर रहे थे, मास्टर जी हाथ में धान पकड़कर साथ-साथ काम में हिस्सेदारी निभा रहे थे... Class-room मिथक तोड़कर ‘धान-room’ बना दिया!
- वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया में बवाल मचा दिया—"स्कूल हो या खेत, फर्क तो होना चाहिए!"
पूरी ख़बर फॉर्मेट में नीचे देखिए:
14 जुलाई 2025 — सिलादेही (जांजगीर-चांपा, छत्तीसगढ़)
सरकारी प्राथमिक स्कूल में ताज़ा मामला सामने आया है, जिसने सरकारी “पढ़ाई के मंदिर” को “धान” के खेत में बदल दिया। चौथी-पांचवीं कक्षा के मासूमों से पढ़ाई की जगह “धान छांटने” का काम करवाया गया। हां, वही धान जो मास्साब ने अपने घर से लाया था! शिक्षक—गोपी कुमार तिवारी—खुद क्लास में बैठकर धान बीन रहे थे, और बच्चों को भी वही काम सौंपा गया।
घटना उसी दिन बेमेर स्कूल पहुंचे जिला पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा समिति के अध्यक्ष गगन जयपुरिया द्वारा जारी किए गए निरीक्षण में उजागर हुई। जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, मास्टर साहब लापरवाही के एहसास में हाथ जोड़कर बोले:
“अब ऐसा नहीं होगा, प्लीज़ वीडियो बंद कर दीजिए…”
लेकिन तब तक वायरल हो चुका था!
गर्मजोशी में नहीं — परिजनों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय लोग भड़क गए। उन्होंने शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की, पंचनामा तैयार किया गया और उच्च अधिकारियों को भेजा गया। यह कृत्य केवल बच्चों का शोषण नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की नींव पर चोट है।
सोर्स लिंक्स
- द सूत्र (The Sootr): पूरी घटना का विवरण, वीडियो, मास्टर का बयान, पंचनामा — 15 जुलाई 2025 प्रकाशित।
- खबर लहरिया ब्लॉग: घटना, तारीख (14 जुलाई 2025), मास्टर और बच्चों की स्थिति, कार्रवाई का झलक — 15 जुलाई 2025 प्रकाशित।
- स्वदेश न्यूज़ (Swadesh News): वायरल वीडियो, घटना स्थल और स्कूल का वर्णन, निरीक्षण की रिपोर्ट—15 जुलाई 2025 प्रकाशित।
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