30-सेकंड न्यूज़ पैक
1. भारत–रूस बढ़ा रहे व्यापार संबंध
भारत के विदेश मंत्री और रूसी विदेश मंत्री ने मॉस्को में मुलाक़ात की और व्यापार बढ़ाने का फैसला लिया—तेल, फार्मा, कपड़ा और कृषि जैसे क्षेत्रों में साझेदारी तय की। रूस वादा करता है कि अमेरिका के दबाव के बावजूद तेल की सप्लाई जारी रहेगी।
2. ऑनलाइन रीयल-मनी गेमिंग पर बैन
लोकसभा में पास हुआ “Promotion and Regulation of Online Gaming Bill, 2025”—जिसमें रीयल-मनी (पैसे वाले) ऑनलाइन गेम्स पर रोक लगाई गई है। विज्ञापन और लेन-देन पर भी रोक; उल्लंघन पर भारी जुर्माना और जेल की सज़ा का प्रावधान।
3. इस उद्योग को बड़ा झटका!
बैन की ख़बर से गेमिंग कंपनियों के शेयर धड़ाम—Nazara Tech का शेयर दो दिन में 21% गिरा; उद्योग चिंता में है कि ऐप्स बंद हो सकते हैं और करोड़ों दिशा से बाहर का रास्ता पकड़ सकते हैं।
4. डिजिटल टैक्स और रोजगार पर असर
इस उद्योग से सरकार को रुपये 20,000 करोड़ तक का टैक्स प्रतिवर्ष मिलता था, पर नए नियम और बैन से यह राजस्व कम होने की संभावना। साथ ही हजारों नौकरियाँ और क्रिएटिव अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
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भारत–रूस: मजबूत होते व्यापारिक रिश्ते
भारत और रूस ने मॉस्को में विदेश मंत्रियों की बैठक में व्यापार बढ़ाने का संकल्प लिया है। ऊर्जा (तेल), फार्मा, कृषि, और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों में सहयोग मजबूती से आगे बढ़ाने पर सहमति हुई। रूस ने स्पष्ट किया कि उसे अमेरिका के उच्च शुल्कों (50%) के बावजूद भारत को तेल की सप्लाई पर कोई हिचकिचाहट नहीं है। जेएशंकर ने बताया कि इन साझेदारियों से भारत-रूस के व्यापार घाटे को सुधारा जा सकता है।
देश में रीयल-मनी गेमिंग पर फेडरल बैन
लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने एक दिन में ही यह बिल पास कर दिया—जिसका नाम है Promotion and Regulation of Online Gaming Bill, 2025। इस कानून के तहत रीयल-मनी गेम्स (जैसे फैंटेसी क्रिकेट आदि), उनके विज्ञापन और उससे जुड़ी वित्तीय गतिविधियों पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है। उल्लंघन पर जुर्माना ₹1 करोड़ तक और जेल की सज़ा तय की गई है।
इसके पीछे सरकार का तर्क है कि यह वित्तीय और मानसिक नुकसान रोकने और युवाओं को संरक्षित रखने के लिए ज़रूरी कदम है।
गेमिंग इंडस्ट्री में हड़कंप
Nazara Tech जैसे प्लेटफॉर्म्स के शेयर में बड़ी गिरावट आयी—दो दिनों में लगभग 21% तक। उद्योग जगत डर रहा है कि ऐप्स बंद हो सकते हैं, निवेश गायब हो सकता है, और कई कंपनियों को बंद ही करना पड़ सकता है।
आर्थिक असर और टैक्स राजस्व का नुकसान
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में रीयल-मनी गेम्स में खिलाड़ियों का सालाना नुकसान ₹20,000 करोड़ से अधिक है। वहीँ, इससे सरकार को मिलने वाली टैक्स भी संभालना मुश्किल हो सकता है, और रोजगार पर भी बड़ा असर पड़ेगा—विशेषकर स्टार्टअप्स, IT, एडवर्टाइजिंग और क्रिएटिव सेक्टर में।
निष्कर्ष
ये घटनाएं दिखाती हैं कि भारत और रूस की रणनीतिक साझेदारी ऊर्जा और व्यापार के क्षेत्र में मजबूत हो रही है, जबकि घरेलू स्तर पर सरकार सामाजिक-आर्थिक जोखिमों से बचने के लिए कठोर कदम उठा रही है।
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