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🔴 शुगर विभाग हटाया गया📰 TimesWatch
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By TimesWatch News Desk | Date: 22 August 2025 | Category: National News
दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज पर ‘कैंची’, मरीजों की जेब पर सीधा वार!
नई दिल्ली।
दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने आए मरीजों के लिए हालात दिन-ब-दिन मुश्किल होते जा रहे हैं। यह हॉस्पिटल खासतौर पर हार्ट मरीजों के लिए जाना जाता है। लेकिन अब यहां का हाल देखकर मरीज परेशान हैं और कई सवाल उठा रहे हैं।
❌ शुगर विभाग हटाया गया
हार्ट और शुगर का नाता वैसे ही है जैसे कमीज़ और बटन का।
लेकिन अब यहाँ पर डायबिटीज़ (शुगर) का विभाग पूरी तरह हटा दिया गया है।
👉 नए मरीजों की पर्ची नहीं बन रही।
👉 पुराने मरीजों के पर्चों पर तारीख़ डालना भी बंद कर दिया गया।
इसका सीधा मतलब है कि हार्ट के मरीजों को इलाज से पहले अपनी शुगर कहीं और दिखानी होगी, फिर वापस यहाँ आना पड़ेगा। मरीजों के अनुसार –
“पहले सरकार ने 90% दवाइयाँ बंद कीं, अब पूरा विभाग ही हटा दिया। गरीब मरीज़ आखिर जाएं तो कहां जाएं?”
💊 जन औषधि स्टोर के नाम पर खेल?
इतना ही नहीं, अस्पताल के आउट पेशेंट विभाग (OPD) के ठीक बाहर जन औषधि स्टोर खोला गया है। लेकिन इसके बाद से हालात और ज्यादा बिगड़े।
👉 अस्पताल की फार्मेसी से ज़्यादातर दवाइयाँ मिलनी बंद हो गईं।
👉 मरीजों को कहा जाने लगा – “ये दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है।”
👉 लेकिन वही दवा बाहर लगे जन औषधि स्टोर पर आराम से मिल जाती है।
मरीजों का सवाल है –
क्या ये महज़ इत्तेफ़ाक है, या फिर सोची-समझी चाल?
क्या सरकारी अस्पताल को इलाज देने की जगह अब सिर्फ जन औषधि मिशन का ग्राहक बनाने का ज़रिया बना दिया गया है?
📌 जनता का गुस्सा फूटा
मरीज और उनके परिजन सोशल मीडिया पर खुलकर सवाल उठा रहे हैं –
- “सरकारी अस्पताल इलाज करे या धंधा?”
- “क्या गरीब मरीजों को बाहर की दुकान पर भेजना ही हेल्थ पॉलिसी बन गई है?”
- “दिल्ली जैसे बड़े शहर में अगर ये हाल है, तो छोटे शहरों और गाँवों में क्या होगा?”
✍️ निचोड़
एक तरफ़ सरकार जनता को सस्ता इलाज और सस्ती दवा देने का दावा करती है,
दूसरी तरफ़ मरीजों का कहना है कि उन्हें इलाज के नाम पर ठगा जा रहा है।
राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का मामला आज दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश में जन औषधि मिशन की असलियत पर सवाल खड़ा कर रहा है।
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