TIMES WATCHदेश दुनिया,
रखे हर खबर पर पैनी नज़र…"
हम खबरों में से खबरें निकालते हैं बाल की खाल की तरह, New Delhi Rizwan
🟢Times Watch का सवाल: मैं जानता हूं मुसलमानों की चूकों का नतीजा क्या निकल रहा है और वह दुनिया देख रही है। मगर मेरा सवाल यह है कि जब दुनिया मुसलमानों को आज नफ़रत भरी निगाह से देख रही है, खासकर भारत में, तो आप क्या मानते हैं—दुनिया मुस्लिमों से परेशान है या मुसलमान दुनिया से परेशान है?
क्योंकि मुसलमान को हुक्म है कि वह अपनी बच्चियों को पर्दे में रखे, लेकिन दुनिया सभी बच्चियों को नंगा करना चाहती है और पर्दे को गुलामी मानती है।
मुसलमान को हुक्म है ब्याज से बचने का, लेकिन दुनिया में आज कोई कोना ऐसा नहीं जहां ब्याज से बचा जा सके—even राशन भी इंस्टॉलमेंट (यानी ब्याज) पर मिलता है।
मुसलमान के लिए शराब हराम है, मगर दुनिया शराब के कारोबार को बढ़ावा देती है, बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज इसका प्रचार करते हैं।
मुसलमान को जुए से रोका गया है, मगर आज मोबाइल ऐप स्टोर जुए के ऐप से भरे पड़े हैं और बड़ी हस्तियां उन्हें प्रमोट करती हैं।
यानी हर वह चीज़, जिसे इस्लाम मना करता है और जिसे गहराई से देखें तो असल में इंसानियत के लिए भी नुक़सानदेह है, दुनिया उसी को चाहती है। क्योंकि दौलत ने आंखों पर पर्दा डाला हुआ है।
तो आप इस हालात में क्या मानते हैं—दुनिया मुस्लिमों से परेशान है या मुसलमान दुनिया से परेशान है? शायद मुसलमान इसी कश्मकश में फंसा हुआ है: दुनिया उसे हसीन सपने दिखाती है और इस्लाम उसे आख़िरत याद दिलाता है।"* By Rizwan
Post a Comment